बाजार शो में व्याप्त हुए Forest Sea के CEO के अनुसार, उनके पास “GEO-WAVE” नामक अपना वायरलेस मानक है जो की पहाड़ी इलाकों में दूरी तय करने के लिए होता है। इसका उपयोग करके, वे यह संभव बना सकते हैं की मोबाइल फ़ोन नहीं चलने वाले पहाड़ी इलाकों में भी आईओटी संचार को जोड़ने और आईओटी को संभव बनाने की सुविधा प्राप्त करें। उनकी द्वारा प्रस्तुत यह उपकरण जिसे जियोबेस नामक डिवाइस कहा जाता है, बहुत ही छोटा है, परंतु इसे सौर बैटरी से चलाकर ऐसी बुनियादी जगह में स्थापित करके जैसे की पहाड़ के शीर्ष पर, मोबाइल फ़ोनों से जुड़ा सकते हैं। यह एक ऐसी तंत्र है जो की पहाड़ी इलाकों में भी व्यापक क्षेत्र में आईओटी कम्युनिकेशन को संभव बनाता है।
उस बाजार शो में व्याप्त हुई इस बास्ट्रक्चर के भीतर, उदाहरण के लिए, एक उत्पाद है जिसे जियो-चैट कहा जाता है जो की एक फ़ॉरेस्टर या दूसरे व्यक्ति के दुर्घटना होने पर मोबाइल फ़ोन रेंज के बाहर भी सहायता के लिए अस्थायी आपदा संकेत भेजने के लिए उपयोग किया जा सकता है। यह इसकी संभावना को शक्कहारि बनाने की एक तंत्र है।
इसलिए, हम इस “GEO-WAVE” का उपयोग करके पहाड़ी और पहाड़ी इलाकों में अधिक संख्या में प्रभावित क्षेत्रों के लिए योगदान देना चाहते हैं।Generated by OpenAI
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