तीसरे भारत ट्रेंड मेले में प्रदर्शित, मिथिला पेंटिंग एक पारंपरिक कला है जिसकी उत्पत्ति बिहार के मधुबनी में हुई। प्राकृतिक रंगों और पीढ़ी दर पीढ़ी के हस्तांतरण की विशेषता के साथ, यह कला अब टैटू के रूप में पुनर्जीवित हो गई है। पेंटिंग में एक गाय और कौए की कहानी दर्शाई गई है, जिसमें गाय के शरीर पर स्थित कीट कौवे की प्यास बुझाते हैं। इस कला के निर्माण में हरी सब्जियों और धुएँ का उपयोग किया जाता है, साथ ही जूट के अवशेषों से बने हस्तनिर्मित कागज का प्रयोग भी होता है।Generated by Gemini
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